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मिर्च की उन्नत और संकर किस्मों की जानकारी



Chili Varieties: मिर्च की इन 10 किस्मों की करें खेती, कम दिन में फसल तैयार और देगी बंपर उत्पादन

  • मिर्च की उन्नत और संकर किस्मों की जानकारी

पूसा ज्वाला,पंजाब लाल,कल्याणपुर चमन,भाग्य लक्ष्मी,आंध्रा ज्योति,आर्को लोहित,पंजाब लाल,एन पी 46 ,जाहवार मिर्च 283,जाहवार मिर्च 148

1     पूसा ज्वाला :- इस किस्म का पौधा छोटा होता है, इसके फल मध्यम तीक्ष्णता वाले हल्के हरे रंग के होते हैं. पूसा ज्वाला मिर्ची की लंबाई लगभग 9 से 10 सेंटीमीटर की होती है. पूसा ज्वाला मिर्ची पकते समय लाल रंग में परिवर्तित हो जाती हैं, जिससे प्रति हेक्टेयर लगभग 75 से 80 क्विंटल हरी मिर्च की पैदावार हो जाती है, तो वहीं सूखी मिर्च की लगभग 7 से 8 क्विंटल पैदावार मिल जाती है |

2     पंजाब लाल :- इस किस्म का पोधा बोने गहरी हरी पत्तियों के होते हैं. पंजाब लाल  मिर्ची के फलों का आकार मध्यम होता है, इस के पोधों के लाल रंग के फल लगते हैं. पंजाब लाल  मिर्ची लगभग 120 से 180 दिन में पक के त्यार हो जाती हैं, तो वहीं प्रति हैक्टेयर लगभग 100 से 120 क्विंटल हरी मिर्च की पैदावार होती हैं और सूखी मिर्च लगभग 9 से 10 क्विंटल होती हैं |



3     कल्याणपुर चमन :- यह मिर्च संकर किस्म में शामिल है. कल्याणपुर चमन मिर्ची की फलियां लाल रंग की होती हैं, जोकि आकार में  लंबी और तीखी पाई जाती हैं. कल्याणपुर चमन मिर्ची प्रति हेक्टेयर लगभग 25 से 30 क्विंटल सूखी मिर्च की पैदावार प्राप्त हो जाती है |

4     भाग्य लक्ष्मी :- भाग्य लक्ष्मी मिर्च की किस्म को सिंचिंत असिंचित, दोनों क्षेत्रों में उगाई जाती है. भाग्य लक्ष्मी किस्म असिंचित क्षेत्र में प्रति हेक्टेयर लगभग 8 से 10 क्विंटल पैदावार हो जाती है. इसके अलावा सिंचित क्षेत्र में लगभग 16 से 18 क्विंटल शुष्क फल देती है |

5     आंध्रा ज्योति :- आंध्रा ज्योति मिर्च की किस्म को पूरे देश में उगाया जाता है. आंध्रा ज्योति मिर्ची प्रति हेक्टर लगभग 18 से 20 क्विंटल सूखी मिर्च की पैदावार हो जाती है |

6     आर्को लोहित :- आर्को लोहित किस्म के फल तीखे होते हैं, साथ ही इसका रंग लाल होता है. आर्को लोहित मिर्च की किस्म लगभग 200 से 210 दिन में तैयार होती है, जो कि प्रति हेक्टर लगभग 35 से 37 क्विंटल पैदावार हो जाती है |


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7     पंजाब लाल :- पंजाब लाल  मिर्ची एक बहुवर्षीय किस्म है, जो कि प्रति हेक्टर लगभग 47 क्विंटल पैदावार देती है. पंजाब लाल  मिर्ची में वायरस रोग से लड़ने की अच्छी क्षमता होती है |

8     एन पी 46 ए :- एन पी 46 बीज की किस्म के फल लंबे होते हैं, साथ ही यह पतले और बहुत तीखे होते हैं. इनके पकने की अवधि लगभग 125 से 130 दिन होती है. एन पी 46 बीज की किस्म प्रति हेक्टेयर लगभग 70 से 90 क्विंटल हरी मिर्च की पैदावार हो जाती है |

9     जाहवार मिर्च 283 :- जाहवार मिर्च 283 की किस्म को काफी उन्नत माना जाता है. जाहवार मिर्च 283 किस्म में सडन डाई बैक, माइट्स थ्रिप्स के प्रति सहनशील होती है. बता दें कि हरी मिर्च लगभग 105 से 110 दिन में पक कर तयार हो जाती है और लाल मिर्च लगभग 130 से 135 दिन में तैयार हो जाती है. जाहवार मिर्च 283 से प्रति हेक्टेयर लगभग 85 से 95 हरी मिर्च प्राप्त हो जाती है, और वहीं लगभग 18 से 22 क्विंटल लाल मिर्च प्राप्त हो जाती है |


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10  जाहवार मिर्च 148 :-  जाहवार मिर्च 148 किस्म जल्द पक जाती है, जो कि कम तीखी मिर्च होती है. जाहवार मिर्च 148 में कुर्करा रोग का प्रकोप कम होता है. इससे हरी मिर्च लगभग 100 से 105 दिन में तैयार हो जाती है, वहीं लाल मिर्ची लगभग 120 से 125 दिन में तैयार हो जाती है. जाहवार मिर्च 148 से प्रति हेक्टेयर लगभग 85 से 100 क्विंटल हरी मिर्ची और लगभग 18 से 23 क्विंटल सूखी मिर्च की पैदावार हो जाती है |



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