स्वस्थ व अच्छी गुणवत्ता की फसल पैदा करने के लिए बिजाई से पहले बीज को उपचारित करना बहुत जरुरी है। कियोंकि बीज उपचारित करने से अंकुरण में आसानी होती है। तथा साथ ही मिट्टी से होने वाले कई प्रकार के रोग व कीटों के प्रकोप आने की संभावना भी कम हो जाती है। यदि आप बीज उपचारित करना नहीं जानते या इस प्रक्रिया से अनजान हैं| तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें। जिसे आप आसानी से बीज उपचारित करना सिख जाएगे और साथ ही आप एक अच्छे व स्वस्त बीज का चयन भी कर पाएगे |
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जैविक तरीके से बीज उपचारित कसे करे |
पहले हम जाने की हम एक अच्छे बीज की परख कैसे करें ?
- एक अच्छे व स्वस्थ बीज को परखने के लिए सबसे आसान तरीका है पानी में नमक मिला के प्रयोग करना।
- आप को इस प्रक्रिया में 1 किलोग्राम नमक लेना है और उसको लगभग 10 लीटर पानी में मिला कर घोल ले।
- इसके बाद आप तैयार किए गए इस नमक के घोल में 15 किलोग्राम बीज डालें।
- इस तरीके से स्वस्थ बीज पानी के अंदर चले जाते हैं और अस्वस्थ बीज हल्के होने के कारण पानी के ऊपर तैरने लग जाते हैं।
- फिर आप जो बीज उपर तेर रहे है उनको बहार निकाल दे असे आप आसानी से अस्वस्थ बीज को अलग कर सकते हैं।
- उसके बाद आप स्वस्थ बीज को पानी से अच्छी तरह साफ करें| फिर उस बीज को आप छाया वाली जगह में सुखा ले।
बीज को उपचारित कसे करे ?
बीज को उपचारित करने की काफी प्रक्रिया होती है। जसे:- बीज ड्रेसिंग, बीज
कोटिंग, बीज पैलेटिंग
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बीज ड्रेसिंग किया है : बीज उपचारित करने का सबसे आसान तरीका होने के कारण इस प्रक्रिया का
उपयोग सबसे जादा किया जाता है। बीज ड्रेसिंग प्रक्रिया में बीज को दवाओं के सूखे
मिश्रण या घोल से उपचारित किया जाता है।
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बीज कोटिंग किया है : बीज कोटिंग प्रक्रिया से बीज को उपचारित करने में बीज पर दवाओं को
चिपकाने के लिए विशेष बाइंडर का इस्तमाल किया जाता है।
·
बीज पैलेटिंग किया है : इस प्रक्रिया में बीज के आकार में बदलाव कर के बीज की हैंडलिंग अच्छी
की जाती है। इसमें बीज पैलेटिंग के लिए विशेष मशीन तथा तकनीकों की जरुरत होती है।
बीज उपचारित करने का ये सबसे महंगा तरीका है। इस प्रकार बीज को उपचारित करने में
लागत जादा होने के कारण आमतौर पर किसान इसका इस्तमाल कम ही करते है।
आप जैविक तरीके से बीज उपचारित कसे करे?
आप फफूंद नाशक दवाइयों के इस्तमाल से बचने के लिए जैविक तरीके से
भी बीज को उपचारित कर सकते है |
जिसका सब से अच्छा तरीका है बीजामृत
से बीज उपचार : जैविक उपचारित करने के लिए बीजामृत का इस्तमाल किया जाता है। इस विधि में
आप को 50 ग्राम गोबर, 50 ml गौ मूत्र, 50 ml गाय का दूध और करीब 2 से 3 ग्राम चूना को 1 लीटर पानी में मिला कर रात भर रख दे और
फिर आप अगली सुबह इस मिश्रण से बीज को उपचारित करे |
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